समरनीति न्यूज, कानपुर/फर्रुखाबादः जिले में शहर कोतवाली क्षेत्र के एक मुहल्ले एक चौंकाने वाली घटना हुई। घर से बहला-फुसलाकर ले जाई गई एक किशोरी से मिलने एक दरोगा उसके घर पहुंचा। दरोगा के घर से जाते ही कुछ देर बाद किशोरी ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। बताते हैं कि एक युवक उसे बहला-फुसलाकर ले गया था। पुलिस ने करीब डेढ़ माह बाद उसकी तलाश की थी। इस मामले में लड़की के पिता का कहना है कि वह पुताई करने का काम करता है और जिस वक्त दरोगा घर आया, उस समय वह मजदूरी लेने कहीं गया हुआ था।
डेढ़ महीने पहले पुलिस ने किया था किशोरी को बरामद
वहीं किशोरी का भाई भी घर पर नहीं था। मामले को लेकर सूत्रों का कहना है कि जो युवक, लड़की को लेकर गया था उसे पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया था। वहीं नाबालिग लड़की को परिजनों को सौंप दिया गया था। मामले में पुलिस ने आरोप-पत्र भी दाखिल कर दिया है। ऐसे में दरोगा किशोरी से पूछताछ करने उसके घर क्यों पहुंचा, इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं।
वहीं किशोरी के पिता का कहना है कि सदर कोतवाली का एक दरोगा बेटी से कुछ देर पहले पूछताछ करने घर आया था, उससे बातचीत के बाद बेटी ने फांसी लगा ली है। उधर, घर जाने वाले दारोगा का कहना है कि वह, किशोरी के घर के पास से निकल रहा था, इसलिए हालचाल लेने पहुंच गया। मामले में पुलिस अधीक्षक डा. अनिल कुमार मिश्र ने माडिया को बताया है कि आरोप पत्र दाखिल होने के बाद पूछताछ का सवाल ही नहीं उठता। दरोगा क्यों गया था, इसकी जांच कराई जाएगी।
ये भी पढ़ेंः बांदा में कलयुगी पिता ने मासूम बेटी को केन नदी में फेंका, फिर घर फूंका