समरनीति न्यूज, लखनऊ : बांदा की जेल में बंद माफिया विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ यूपी की बाराबंकी पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। मुख्तार के खिलाफ बाराबंकी पुलिस ने गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया है। यह मुकदमा एंबुलेंस मामले में दर्ज किया गया है। गैंगस्टर के इस मुकदमे में मऊ, गाजीपुर, लखनऊ और प्रयागराज के 12 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। बताते चलें कि यह सभी 12 आरोपी बहुचर्चित एंबुलेंस मामले में जेल भेजे जा चुके हैं। अब गैंग्स्टर की कार्रवाई के बाद डाक्टर अलका राय समेत अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। हालांकि, डाक्टर अलका के भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
डाक्टर दंपती समेत 12 लोग पहले ही जा चुके जेल
यह मुकदमा कोतवाल सुरेश पांडे ने दर्ज कराया है। इस मामले में मऊ के बलियामऊ मोड़ पर स्थित श्याम संजीवनी अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर की संचालिका डा. अलका राय, डा. शेषनाथ राय तथा सराय लखंसी के अहिरौली के राजनाथ यादव, आनंद यादव, सुरेंद्र शर्मा, मो. शाहिद, फिरोज कुरैशी, अफरोज, जफर, सलीम और सुहैब मुजाहिद, जाफरी उर्फ शाहिद शामिल हैं।
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पंजाब जेल में निरुद्ध मुख्तार अंसारी कोर्ट जाने के लिए एक निजी एंबुलेंस का उपयोग करता था। एंबुलेंस का नंबर यूपी 41 एटी 7171 था। यह एंबुलेंस बाराबंकी एआरटीओ में 21 मार्च 2013 में पंजीकृत हुई थी। 31 मार्च 2021 को मामला चर्चा में आया तो कोतवाली पुलिस ने मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालिका डा. अलका राय के खिलाफ जालसाजी का मुकदमा हुआ।
बाराबंकी के एक गलत पते पर रजिस्टर्ड थी एंबुलेंस
दरअसल, यह एंबुलेंस बाराबंकी के पते पर रजिस्टर्ड थी। सत्यापन में पता गलत मिला। इतना ही नहीं एंबुलेंस की 31 जुलाई 2017 से फिटनेस तक नहीं हुई। ऐसे में एंबुलेंस प्रदेश की सीमा से बाहर पंजाब में चल रही थी। सीओ नवीन सिंह 5 अप्रैल 2021 को इस एंबुलेंस को पंजाब से वापस बाराबंकी लाए थे। एसपी बाराबंकी अनुराग वत्स ने बताया है कि मुख्तार के खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा हुआ है। पुलिस अब आगे की कार्रवाई करेगी।
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