Friday, December 12सही समय पर सच्ची खबर...

कानपुर में परिवर्तन ने मिलेट्री डेयरी फार्म में सामाजिक व्यक्तियों संग ‘फूड फारेस्ट’ पर की चर्चा

समरनीति न्यूज, कानपुरः आज परिवर्तन संस्था ने मिलेट्री डेयरी फॉर्म (कैंट) में सामाजिक व्यक्तियों और सेना के सदस्यों के साथ-साथ स्कूली बच्चों संग “फ़ूड पार्क” पर चर्चा की। इस मौके पर परिवर्तन के संयोजक कर्नल राकेश दीक्षित व आईआईटी की डॉ रीता सिंह ने बताया कि इस विधि में पौधों का विन्यास इस तरह से किया जाता है कि वे अपनी आवश्यकताएं खुद पूरी कर सकें। उन्होंने कहा कि एक एकड़ के फ़ूड फारेस्ट से लगभग एक लाख प्रति वर्ष या इससे भी अधिक का आर्थिक लाभ हो सकता है। इसमें आम, इमली इत्यादि बड़े पौधों के नीचे आंवला, अमरूद के पेड़ लगाए जा सकते हैं।

परिवर्तन संस्था ने की पहल    

इतना ही नहीं छोटे पौधों के नीचे और भी छोटे पौधे जैसे नींबू, करौंदा फिर कच्ची हल्दी के साथ ही शकरकंद जैसे पौधों की खेती करते अलग से मुनाफा कमाया जा सकता है। इस दौरान मीडिया प्रभारी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता अनूप कुमार द्विवेदी ने बताया है कि स्टेशन हेड क्वार्टर व परिवर्तन के सहयोग से डेढ़ लाख पौधे मिलेट्री डेयरी फॉर्म में पिछले कुछ दिनों लगाए गए हैं। इस मौके पर कर्नल एके रॉय, कर्नल योगेश डोगरा ने कहा कि इन पौधों को सहेजकर बड़ा किया जाएगा।

ये भी पढ़ेंः IAS अफसर उमेश सिंह पर पत्नी की हत्या का मुकदमा दर्ज

अनिल गुप्ता ने “कैंट में जंगल” की परिकल्पना को परिवर्तन व सेना के सहयोग से साकार करने के लिए सभी को धन्यवाद दिया। कहा कि आगे चलकर शहर के इर्द-गिर्द इस तरह के और भी फूड फारेस्ट परिवर्तन संस्था, शहर के लोगों को प्रोत्साहित करके उनकी मदद से विकसित कराएगी। इस मौके पर कर्नल एसके पांडेय, कैप्टन एस सी त्रिपाठी, संदीप जैन, देवेंद्र पारिख, कुमकुम पांडेय, आरके तिवारी, अरविंद, अमित नागरथ, भूपेंद्र सूद आदि लोग मौजूद रहे।

ये भी पढ़ेंः सीतापुर खत्री सभा की नई कार्यकारिणी का गठन, सुधांशु पुरी और निधि खन्ना को मिली यह बड़ी जिम्मेदारी..