समरनीति न्यूज, ब्यूरो : देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित एवं जल योद्धा उमा शंकर पांडे आज ‘समरनीति न्यूज’ ऑफिस पहुंचे। यहां संपादक मनोज सिंह शुमाली से उनकी लंबी बातचीत हुई। पद्म श्री उमा शंकर पांडे ने अपनी इस शानदार और ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया।
जल संरक्षण के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य के लिए सम्मान
दरअसल, श्री पांडे को जल संरक्षण के क्षेत्र में उच्च कोटि के विशिष्ट कार्य के लिए पद्म श्री अवार्ड दिए जाने की घोषणा भारत सरकार ने की है। मई में उनको यह अवार्ड मिलेगा। इस सम्मान को पाकर श्री पांडे ने देशभर में बुंदेलखंड को गौरांवित किया है। एक नई पहचान दी है। सभी बुंदेलों के लिए यह गौरव की बात है।
‘खेत पर मेड़ और मेड़ पर पेड़’ का मंत्र पूरे देश ने माना
‘समरनीति न्यूज’ के संपादक से उनकी जल संरक्षण के विषय पर बातचीत हुई। उमा शंकर पांडे ने जलसंरक्षण के परंपरागत तौर-तरीकों पर जोर दिया। कहा कि हम सभी के पुरखों ने जलसंरक्षण के जो उपाय बताए और अपनाए थे। आज हम सभी को उन्हीं उपायों की जरूरत है। आपको बताते चलें कि उमा शंकर पांडे ने सूखे से जूझते बुंदेलखंड में ‘खेत पर मेड़ और मेड़ पर पेड़’ का मंत्र देकर इस आपदा के निपटारे को नई दिशा दी।
पीएम मोदी ने देशभर के ग्राम प्रधानों को लिखा था पत्र
उनके सुझाए जल संरक्षण के परंपरागत उपायों को केंद्र सरकार ने भी कारगर माना। इस माडल की खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में सराहना की। साथ ही देशभर के ग्राम प्रधानों को इसे अपनाने के लिए पत्र भी लिखा। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में गठित नीति आयोग की भू-जल संरक्षण समिति में उमाशंकर पांडे वर्तमान में सदस्य भी हैं। यह सब बातें बताती हैं कि सरल स्वभाव और सादगी के धनी उमा शंकर पांडे की शख्सियत अब किसी पहचान की मोहताज नहीं है।
ये भी पढ़ें : बांदा में स्वतंत्र देव सिंह बोले, पीएम मोदी का सपना जल्द होगा पूरा, 2024 तक घर-घर पहुंचेगा शुद्ध पानी
ये भी पढ़ें : Padma Awards 2023 : मुलायम सिंह, एसएम कृष्णा और जाकिर हुसैन समेत 6 को पद्म विभूषण