
समरनीति न्यूज, कानपुर : बिना अनुमति आई कैंप लगाकर मोतियाबिंद आपरेशन कर 6 मरीजों की आंखों की रोशनी छीनने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने बर्रा के आराध्या हॉस्पिटल का लाइसेंस रद्द कर दिया है। इतना ही नहीं संचालक आई सर्जन डा. नीरेज गुप्ता पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
डाक्टर का लाइसेंस भी रद्द करने की तैयारी
बता रहे हैं प्रशासन ने यह कार्रवाई संचालक डा नीरज की ओर से मामले में मिले जवाब से संतुष्ट न होने पर की है। यह पूरा मामला 22 नवंबर को उजागर हुआ था। इसके बाद मामले की जांच चल रही थी। जांच कमेटी की अंतरिम रिपोर्ट पर मामले में मुकदमा लिखा गया था।
अस्पताल के जवाब से संतुष्ट नहीं अधिकारी
उधर, प्राइवेट अस्पताल के संचालक नेत्र सर्जन डा नीरज गुप्ता का लाइसेंस रद्द के लिए कार्रवाई की तैयारी है। इसके लिए जांच कमेटी की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार बाकी है। मामले में सीएमओ डा. आलोक रंजन का कहना है कि ओटी के सैंपल की जांच की फाइनल रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, सीएमओ ने मामले में तीन बिंदुओं पर संचालक के जवाब मांगा था।
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इन बिंदुओं पर पूछे गए थे अस्पताल से जवाब
पहला सर्जरी के बाद आंखों में संक्रमण का समय से इलाज क्यों नहीं हुआ। समय से इलाज होता तो रोशनी बचाई जा सकती थी। इसी तरह आपरेशन से संबंधित रजिस्टर भी अपडेट नहीं था। तीसरा सबसे खास बिंदु यह है कि आईकैंप का आयोजन अवैध रूप से किया गया था। मतलब बिना सक्षम अधिकारी से अनुमति लिए निशुल्क मोतियाबिंद आपरेशन शिविर लगाया गया। सीएमओ डा. आलोक रंजन का कहना है कि नोटिस में जिन बिंदुओं पर जवाब मांगा गया था, उनपर अस्पताल से संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
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