समरनीति न्यूज, लखनऊ/कानपुरः आज शुक्रवार को भारतीय रेल के इतिहास में नए युग की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तेजस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही सुबह 9:55 बजे ट्रेन लखनऊ से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गई। इस दौरान ट्रेन की रवानगी के लिए लखनऊ स्टेशन पर बढ़-चढ़कर तैयारियां की गईं। पूजा-पाठ भी की गई। यात्रियों के लिए प्लेटफार्म पर रेड कारपेट भी बिछाया गया। सुबह लगभग 9 बजे चारबाग पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने तैयारियों का जायजा लेने के साथ ही ट्रेन के अंदर जाकर वहां यात्रियों को मिलने वाली सुविधाएं देखीं। पहले दिन ट्रेन से लगभग 400 यात्रियों के सफर करने की बात कही जा रही है।
रेड कारपेट-फूलों की सजावट
तेजस को फूलों से सजाया गया था और इस ट्रेन में कैप्टन से लेकर क्रू तक सभी महिलाएं हैं। खास बात यह है कि इनका ड्रेस कोड भी ब्लैक-यैलो कलर है। ट्रेन से यात्रा करने के लिए लोगों में भी काफी उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही यात्रियों ने स्टेशन पहुंचना शुरू कर दिया था। खासकर बच्चे काफी खुश और उत्साहित नजर आ रहे थे। ट्रेन में जाने से पहले यात्रियों को चेकिंग भी करानी पड़ी। स्टेशन पहुंचे मुख्यमंत्री के साथ नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, महिला कल्याण मंत्री स्वाति सिंह मौजूद रहे।
विमान जैसी होंगी सुविधाएं
बताते चलें कि तेजस देश की पहली कारपोरेट ट्रेन है जिसमें यात्रियों को विमान जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। ट्रेन का नंबर 00501 है। यह ट्रेन 6 अक्टूबर से लखनऊ से कानपुर और गाजियाबाद होती हुई नई दिल्ली पहुंचेगी। इतना ही नहीं आईआरसीटीसी ने ट्रेन की देरी होने पर रुपए रिफंड करने के लिए दो श्रेणियां तय की हैं। ट्रेन 1 घंटे से ज्यादा लेट हुई तो हर यात्री 100 रुपए का रिफंड दिया जाएगा। इसी तरह दो घंटे से ज्यादा की देरी पर 250 रुपए वापस किए जाएंगे। आईआरसीटीसी ट्रेन में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को 25 लाख रुपए का दुर्घटना कवर बीमा कवर देगा।
ये भी पढ़ेंः बांदा में राज्यपाल बोलीं- बातों से नहीं, काम से होगा बुंदेलखंड विकास